अबोध से प्रेरणा तक

माह : मार्च 2020
क्षेत्र: मुबारकपुर, जिला आजमगढ़

कस्बा मुबारकपुर में कम्युनिटी लीडर ने एकल महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा के लिए राज्य की जवाबदेही के बारे में बात करने के लिए बैठक का आयोजन किया। इसमें महिलाओं के मौलिक अधिकारों पर भी चर्चा हुई। इस दौरान कई विधवा महिलाओं ने बताया कि पति के देहांत के बाद उनके पास सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं पहुंचा है। महिलाओं ने बताया कि यदि उन्हें विधवा पेंशन मिल जाती है तो वह अपना गुजारा अच्छे से कर लेतीं। उन्होंने पहले कई बार सभासद को फॉर्म भरकर दिया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 

इसके बाद आली की कम्युनिटी लीडरों की बैठक में महिलाओं को विधवा पेंशन के लिए मांगे जाने वाले ज़रूरी दस्तावेज़ के बारे में बताया गया। इसमें पति का मृत्यु प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक खाता की फोटो कॉपी, आधार कार्ड इत्यादि दस्तावेज शामिल हैं। ऑनलाइन फॉर्म को भर कर महिला कल्याण विभाग में जमा करना होता है, इसके बाद विभाग द्वारा पेंशन से सम्बन्धित अधिकारी जांच करता है, यदि आप जांच में योग्य पाए जाते हैं तो आपको पेंशन का लाभ मिलने लगता है। 

बैठक के बाद तीन महिलाओं ने विधवा पेंशन का फॉर्म भरा। नेतृत्वकारी महिलाओं के सहयोग से सम्बन्धित विभाग में फॉर्म को जमा किया गया। फॉर्म को जमा करने के बाद भी विभाग द्वारा कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी। अधिकारी यही कह रहे थे कि फॉर्म को जांच के लिए भेज दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद बता दिया जाएगा। 

महिलाओं ने पूरी सजगता के साथ बार-बार पूछताछ की जिससे उन्हें सूचना मिली। महिलाओं के बार-बार फॉलोअप के बाद अधिकारी द्वारा नाम पात्रता सूची में शामिल कर लिया गया और विभाग द्वारा रिपोर्ट भी लगा दी गई। उन्होंने वेबसाइट पर चेक कर के बताया कि पैसे आने की जो प्रक्रिया है वह आगे की है, वहाँ से जैसे ही प्रक्रिया पूरी होगी पैसा खाते में आ जाएगा।  

महिलाओं से बताया गया कि आप लोग समय-समय पर खाते को अपडेट कराते रहिए। प्रक्रिया पूरी होने के बाद महिलाओं ने एक महीने बाद बताया कि उनके खाते में जनवरी 2020 से मार्च 2020 तक 3 महीने का पैसा आया है। इसके बाद महिलाएं एक-दूसरे को आवेदन करने के लिए प्रेरित भी करती हैं।